You are currently viewing जिसे किसी के प्रति प्रेम होता है, उसे उसी से भय भी होता है, प्रेम ही सारे दुखों का मूल है इसलिए प्रेम बंधनों को तोड़कर सुखपूर्वक रहना चाहिए।

जिसे किसी के प्रति प्रेम होता है, उसे उसी से भय भी होता है, प्रेम ही सारे दुखों का मूल है इसलिए प्रेम बंधनों को तोड़कर सुखपूर्वक रहना चाहिए।