भले ही आपने सबकुछ जान लिया हो, लेकिन फिर भी तुम स्त्री को कभी नही जान सकते है। Post author:Quotesleaf Post published:December 30, 2021 Post category:Chanakya Quotes Post comments:0 Comments Continue Readingभले ही आपने सबकुछ जान लिया हो, लेकिन फिर भी तुम स्त्री को कभी नही जान सकते है।
प्यार और लगाव दोनों में बहुत अंतर होता है, प्यार आपको आजाद करता है और लगाव आपको कमजोर करता है। Post author:Quotesleaf Post published:December 30, 2021 Post category:Chanakya Quotes/Relationship Post comments:0 Comments Continue Readingप्यार और लगाव दोनों में बहुत अंतर होता है, प्यार आपको आजाद करता है और लगाव आपको कमजोर करता है।
जिसे किसी के प्रति प्रेम होता है, उसे उसी से भय भी होता है, प्रेम ही सारे दुखों का मूल है इसलिए प्रेम बंधनों को तोड़कर सुखपूर्वक रहना चाहिए। Post author:Quotesleaf Post published:December 30, 2021 Post category:Chanakya Quotes/Lifestyle Post comments:0 Comments Continue Readingजिसे किसी के प्रति प्रेम होता है, उसे उसी से भय भी होता है, प्रेम ही सारे दुखों का मूल है इसलिए प्रेम बंधनों को तोड़कर सुखपूर्वक रहना चाहिए।
अगर जिंदगी में कोई बड़ा कदम लेने जा रहें हो तो याद रखना आपका अगला कदम पिछले से बेहतरीन हो। Post author:Quotesleaf Post published:December 30, 2021 Post category:Chanakya Quotes Post comments:0 Comments Continue Readingअगर जिंदगी में कोई बड़ा कदम लेने जा रहें हो तो याद रखना आपका अगला कदम पिछले से बेहतरीन हो।
“लापरवाही अथवा आलस्य से भेद खुल जाता है।” Post author:Quotesleaf Post published:December 30, 2021 Post category:Chanakya Quotes Post comments:0 Comments Continue Reading“लापरवाही अथवा आलस्य से भेद खुल जाता है।”
“जो अपने कर्म को नहीं पहचानता, वह अंधा है।” Post author:Quotesleaf Post published:December 28, 2021 Post category:Chanakya Quotes Post comments:0 Comments Continue Reading“जो अपने कर्म को नहीं पहचानता, वह अंधा है।”
“सुख और दुःख में समान रूप से सहायक होना चाहिए।” Post author:Quotesleaf Post published:December 24, 2021 Post category:Chanakya Quotes Post comments:0 Comments Continue Reading“सुख और दुःख में समान रूप से सहायक होना चाहिए।”
“मनुष्य की वाणी ही विष और अमृत की खान है।” Post author:Quotesleaf Post published:December 24, 2021 Post category:Chanakya Quotes Post comments:0 Comments Continue Reading“मनुष्य की वाणी ही विष और अमृत की खान है।”
“कार्य का स्वरुप निर्धारित हो जाने के बाद वह कार्य लक्ष्य बन जाता है।” Post author:Quotesleaf Post published:December 22, 2021 Post category:Chanakya Quotes Post comments:0 Comments Continue Reading“कार्य का स्वरुप निर्धारित हो जाने के बाद वह कार्य लक्ष्य बन जाता है।”
“जुए में लिप्त रहने वाले के कार्य पूरे नहीं होते हैं।” Post author:Quotesleaf Post published:December 22, 2021 Post category:Chanakya Quotes Post comments:0 Comments Continue Reading“जुए में लिप्त रहने वाले के कार्य पूरे नहीं होते हैं।”